हाजिरात वशीकरण
मंत्र-
बिस्मिलाहिर्रमान रहीम।
तू बड़ा तेरी खुदाई बड़ी
जैनुद्दीन पैगम्बर र्दुना तेरा।
सादात पुरोवाद नामुरादी बेबुनियादी।
दुर्नापीर ताइयासिलार देखू तेरी शक्ति।
बेगि बांधि लाओ नौ नाहर चौरासी कलवा।
बारह ब्रह्मा अट्ठारह सौ साकिनी। .
कामन, दुश्मन, छल-छिद्र, भूत-प्रेत, चोर-चाकर
अगिया बैताल वेमिबांधि लाओ।
जो न बांधि लाओ तो तुझे गुरु की दुहाई।
विधि- प्रत्येक शुक्रवार के दिन तेल-फुलैल-लौंग-मिठाई और धूप से 108 मंत्र प्रतिदिन के हिसाब से 40 शुक्रवार तक जप करने से सिद्धि प्राप्त होती है। जब हाजिरात को बुलाने की क्रिया करनी हो, तब शद्ध पीली मिट्टी और गाय का गोबर मिलाकर जमीन को लीपें और आटे की मस्जिद बनाएं। रूई की बत्ती बनाकर किसी आठ-नौ वर्ष तक की कन्या को स्नानादि कराके, स्वच्छ वस्त्र पहनाकर अपने सामने बैठायें। मिट्टी के दीपक में तेल-बत्ती करके दीपक जलायें। इस दीपक को कन्या के मस्तक पर रखें। चावल लेकर मंत्र पढ़कर तीन बार कन्या पर फेंकें। इसके पश्चात् कन्या को माध्यम बनाकर भूत-प्रेतों को बुलाकर उससे ऐसी बातें भी जानी जा सकती हैं, जो किसी साधारण व्यक्ति द्वारा जानना संभव नहीं हैं।
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