मंत्र –
ॐ नमः भगवते रुद्राय संदृष्टि लंपिनाहर स्वाहा।
कंसासुर की दुहाई।
विधि- यह साधना मंगलवार से आरम्भ की जाती है। दस मंगलवार तक रोजाना 221 मंत्रों का जाप करें। जप पूर्ण होने का बाद मंत्र जप का दशांश हवन और ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। इस प्रकार से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। इसके बाद आवश्यकता पढ़ने पर किसी भी स्त्री-पुरुष को इस मंत्र के द्वारा मोहित किया जा सकता है।
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